अग्नि देव का वाहन कौन है
आग के देवता अग्नि का हिंदू धर्म और ग्रथों में विशेष स्थान है। अग्नि देव को उच्च कोटि का देवता माना गया है। मनुष्यों का सारा काम ही अग्नि पर निर्भर करत है। अग्नि देवता को भगवान इद्रं का जुड़वां भाई माना जाता है वो उन्हीं की तरह विशाल शक्तिशाली और बलशाली है। अग्नि देव के माता-पिता के बारे में काफी मतभेद है। कुछ कहते हैं कि दयूस और पृथ्वी उनके माता-पिता हैं जबकि कुछ मानते हैं कि कश्यप और अदिति उनके माता-पिता हैं। कुछ मान्यता है कि अग्नि देव का उद्गम ब्रह्मा द्वारा हुआ है। उन्होंने अग्नि देव को प्रकट किया है हिन्दू धर्म में पूजा-पाठ, हवन-यज्ञ का विशेष महत्व है। कोई भी शुभ कार्य हो घर में हवन कराना आवश्यक होता है। हवन करने के लिए अग्नि की आवश्यकता होती है। अग्नि देव मनुष्य के जन्म से लेकर मरण तक साथ रहते हैं। कोई भी शुभ कार्य अग्नि देव के रुप में हवन कर किया जाता है। शादी विवाह में अग्नि के ही समक्ष सात फेरें लिए जाते हैं। हिन्दू मान्यता में बिना अग्नि में चिता के जले हुए मुक्ति प्राप्त नहीं होती।